Ajay Srivastava Poems

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281.
एक कोशिश

कुछ करने को कहता तुम्हारा प्रोत्साहन।
स्वय से पूछने को कहता है तुम्हारा गुस्सा।
अपने आप को टटोलने लगता हुँ तुम्हारी बेरुखी देख।
मधुर मुस्कान और अच्छा करने को कहती है।
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282.
अभी

अब तो आसमान छूने चला है।
लेकर अपने संग आधुनिक विज्ञानं की तकनीक।
मशाल उठा ली है चुनौतिओ से लड़ और जितने की चाहत है।
पा लेगा वो हर मंजिल को जो चाहत है उसकी।
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283.
City-Outlook

City is desperately looking for fresh look.
Citizens may unite for the sake of city.
Candid approach alongwith scientific idea will creat root map of city.
Clear vision is need of the hour for outlook.
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284.
दारू

थोड़ी सी देशी दारू हमने पी ली।
लोगो की कड़वाहट सामने आ गयी।
कदम हमारे लडख़ड़ाए गिर गए वो।
नशा हमें चढ़ा तकलीफ उनको हुई।
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285.
Drive- A Destination

Do you really care & fight for us.
Daily review & discussion on our problems.
Determination right must be our right.
Don't you think without solution discussion on problems is meaningless.
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286.
' मेरा भारत '

दिल से दिल को मिलाओ।
नफरत को प्यार से मिटाओ।
निजी स्वार्थ को हटाओ।
सभी के हित के लिय कदम बढ़ाओ।
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287.
युवाओ

युवाओ कदम बढ़ाओ, साहस को जुटाओ
तुम्हे अनैतिकता को हरा कर
नैतिकता की मशाल जलानी है।
खोकले आदर्शो की भेड़ चाल चलने वालो को
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288.
बंद करो

यदि महगाई को आप भागना चाहते है।
यदि धार्मिक उन्मांद घर में नहीं बिठना है ।
यदि आतंकवाद की बीमारी नहीं पलने देना चाहते ।
यदि नैतिक मूल्यों को निद्रा में नहीं चाहते है।
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289.
Bother

Be in line
Always encourage peace & brotherhood.
Violence must be everybody enemy.
Respect each & every law of your own country.
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290.
परेशान

हमेशा पंक्ति में रहे।
हमेशा शांति और भाईचारे को बढ़ावा दे।
हिंसा का हमेशा विरोध करना चाहिए।
देश के प्रत्येक कानून का सम्मान करे।
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