अफ्रीका के जंगलों में Poem by Upendra Singh 'suman'

अफ्रीका के जंगलों में

खबर है कि
अफ्रीका के जंगलों में रहनेवाले गिरगिटों ने
भारतीय नेताओं को
अपनी प्रजाति का प्राणी बताया है
और उन पर अपना जातिगत हक़ भी ज़ताया है,
‘अफ्रीकी गिरगिट मंच’ के एक प्रबुद्ध प्रवक्ता ने
अपने दावे के पक्ष में दलील देते हुए बताया
रंग बदलने में हम दोनों ही माहिर हैं,
दोनों की कला जगजाहिर है,
दोनों के खून की एक सी रंगत,
दोंनों बहुरूपिये हैं
दोनों की आदिम संगति है.
सम्बन्धों की यह सच्चाई
दिन के उजाले की भांति स्वच्छ है,
हम दोनों का ही बाप मगरमच्छ है.
फिर भी संदेह हो तो
हमारा डी एन ए टेस्ट करा लो
फिर
दूध का दूध और पानी का पानी पा लो.
उपेन्द्र सिंह ‘सुमन’

Thursday, December 10, 2015
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