अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस Poem by Ajay Srivastava

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस

मंच के प्रति समर्पण
बहुत बढ़िया और प्रशंसा के कदम
सदाबहार और शरीर के रोमांचक अभ्यास।
नृत्य की शैली शास्त्रीय हो या पश्चिमी
तन में स्फूर्ति भर दे और दर्शको को कहने को प्रेरित कर दे की
यही तो है अपनी और आकर्षित की कला।

Wednesday, April 29, 2015
Topic(s) of this poem: dance
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