Aya Basant -2 (Hindi) आया बसंत 2 Poem by S.D. TIWARI

Aya Basant -2 (Hindi) आया बसंत 2

आया बसंत 2

फागुन मास
अंकुरित पल्लव
आया बसंत

कोयल गाती
तितली बलखाती
आया बसंत

हुई बसंती
धरा पीताम्बर में
आया बसंत

सरसों फूले
फूलों पे भौरे झूमे
आया बसंत

धरा उड़ाती
पीली धानी चुनरी
आया बसंत

पृथ्वी के अंग
रंगे फूलों के रंग
आया बसंत

प्रेमी युगल
देखे छटा निकल
आया बसंत

कोयल भौरे
गाते रसिक गीत
आया बसंत

आस जगाता
लाया प्रेम सौगात
आया बसंत

ऋतु के रंग
मन हुआ बसंती
आया बसंत

- एस० डी० तिवारी

Tuesday, February 9, 2016
Topic(s) of this poem: haiku,hindi,season
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