A Prayer For A Mother's Birthday
by Henry Van Dyke
एक माता के जन्मदिवस पर प्रार्थना
हेनरी वान डाईक
ओ प्यारे प्रभु यीशु मेरे, तुमको तो मालूम ही है
माता मैरी का प्यार भरा वत्सल पालन:
और अब मेरी भी सुनो प्रार्थना
मेरी माता के जन्मदिवस पर जो मुझको सबसे प्यारी है,
इतनी है विनती मेरी, हे प्रभु तुम रक्षा करना,
उस माता की जिसने मुझको जीवन का उपहार दिया है;
और दिन प्रतिदिन तुमसे मिलने वाली
जीवन की बढ़ती आभा को मेरी माँ महसूस करे.
शैशव में उसकी छाती से लग कर
मैं निर्भय होकर आश्वस्त भाव से लेटा रहता,
अब उस ही के हृदय को अपने चरणों में विश्राम यूँ देना
उसके डर हट जायें सारे और कष्ट भी कट जायें.
उसकी हर इच्छा पूरी हो;
हो सकता है प्रभु तुमको शायद यह करना मंजूर न हो
कुछ भी हो, उसके सुख की खातिर
तुम ऐसा कुछ करना जैसे वात्सल्यमयी मायें करती हैं.
प्रभु तुम उसका हाथ थामना,
ऐसे जैसे इक दिन उसने मेरे हाथों को थामा था;
और वह बेशक समझे न समझे
जीवन की टेढ़ी राहों से दूर, परम शांति में ले जाना.
उसके दिए प्यार से भगवन
मैं ऋणमुक्त न हो पाऊंगा;
प्रभु तुम लेकिन भूल न जाना
आशीर्वाद सहित उसको तुम देना
पुरस्कार जो यथायोग्य हो, धरती पर और स्वर्गलोक में.
So nice to have received a positive feedback. Thanks a lot, Maninder ji.
A mother is an incarnation of God. Rajnish Manga has so marvelously translated the original poem.
Yes, the role of a mother is so special. The beauty of the original poem prompted me to do the translation. Thanks for your appreciative words, Sir.
उसके दिए प्यार से भगवन मैं ऋणमुक्त न हो पाऊंगा; प्रभु तुम लेकिन भूल न जाना आशीर्वाद सहित उसको तुम देना पुरस्कार जो यथायोग्य हो, धरती पर और स्वर्गलोक में..... from it is known how great the mother is! Beautifully translated the original poem. Thanks for sharing here in hindi.
Thank you so much for your appreciative comments about this poem, Kumarmani ji. I value your constant support.