घास के बिना
मरुस्थल में पृथ्वी
नंगी रहती
घास ही तो है
लाखों जीवों का भक्ष
लाखों का घर
पेट भरती
स्वयं पानी पीकर
घास औरों का
सर्दी की रात
घास को नहाने को
ओस ही काफी
सुन्दर पार्क
निगम का गौरव
लोगों का प्यार
लोग सुनाते
सुख दुःख की कथा
हरे पार्कों को
सुन्दर पार्क
निगम का गौरव
लोगों का प्यार
लोग सुनाते
सुख दुःख की कथा
हरे पार्कों को
बहती जाये
बिना शोर मचाये
गहरी नदी
निशुल्क घास
मानव हेतु धन
धरा का वस्त्र
पशु बेचारे
न बोते ना काटते
चारा पा जाते
सुन्दर लान
पड़ोसियों की irshya
Meri shaan
लाल बत्ती पे
खड़ी गाड़ी में पीता
चालक धुआं
गरम तवा
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