NADIR HASNAIN Poems

Hit Title Date Added

देश की रक्षा करने वाला पहने के वर्दी ख़ाकी
करता है बेख़ौफ़ हिफ़ाज़त जबतक जान है बाक़ी

सरहद के वीरों की तरह हम अपना फ़र्ज़ निभाएंगे
...

भारत माता की जय कह कर देश भक्त कहलाएंगे
नाम बदल कर देश का अपने स्विटज़रलैड बनाएंगे
अपनी मां की फ़िकर नहीं वह वृध आशरम जाएगी
गौ माता की फ़रज़ी सेवा, करके रक्त बहाएंगे
...

क़ुरबान तुझपे जाऊं निछावर करूं ये जान
ऐ देश के शहीदो हमारा तुम्हें सलाम ।

हर नौजवां के दिल में तुमहीं सा जोनून हो
...

पानी में छुप्पुर छइयां सइयाँ ओ मोरे सइयाँ
डोलो ना मोरे संग संग संग मोहे सइयाँ

बूंदों की लड़यां जो छूए है तन मन को
...

रीत है कैसी प्रीत है कैसी, कैसी सोच हमारी
गुमसुम गुमसुम डरी डरी सी ख़ौफ़ज़दह है नारी
गली मोहल्ला घर दरवाज़ा गाओं शहर में लोगो
फैल रही है माँ बहनों में दहशत की बीमारी
...

16.
Tomorrow Never Come

मस्तीइइ का मौक़ा है चढ़ती जवानी है
रूप का राजा कोई रूप की रानी है
कोई माला माल तो कोई कंगाल
किसको पता यारो हैं जीने कितने साल
...

आओ निकल कर सामने किरदार दिखादो
भटके हुए राही को कोई राह दिखा दो

करनेलगेगा ख़ुद-बा-ख़ुद वोह आसमां कि सैर
...

हम देश की युवा पीढ़ी हैं हमें दुनिया में छा जाने दो
नई नौकरी दे ना पाए पहले की रहजाने दो
लोलिपॉप, ये जुमले, वादे पेट नहीं भर पाएंगे
मेहनत, लगन, ख़ुद्दारी से दो वक़्त की रोटी खाने दो
...

ओ मेरे बंधू सखी सहेली
मानवता परगई अकेली

कल तक आलिशान महल था
...

तोतली आवाज़ वाले तू मेरा जहान है
तू मेरी सुनहरी धरती नीला आसमान है
तू है मेरे दिल की धड़कन तूही मेरी जान है
रौशनी है नैनों की तू, तूही पहचान है
...

Close
Error Success