हम बदल सकते हैं दुनिया, Poem by Dr. Navin Kumar Upadhyay

हम बदल सकते हैं दुनिया,

हम बदल सकते हैं दुनिया,
यदि अपने को सुधार लें,
छोड़ दें नफरत सभी से, केवल प्यार दें ।

Wednesday, January 30, 2019
Topic(s) of this poem: love
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