वह दिन बहुत मुश्किल से आता, Poem by Dr. Navin Kumar Upadhyay

वह दिन बहुत मुश्किल से आता,

वह दिन बहुत मुश्किल से आता,
जब कोई अपना कहता है
करता अरसों तक इँतजार,
जब कोई अपना बनता है।

Sunday, August 4, 2019
Topic(s) of this poem: love
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