Akhilesh Bakshi Poems

Hit Title Date Added
1.
हवा के झोंके

ये सुखी टहनियां भी हवा के झोंकों का लुत्फ़ उठाती हैं,
बारिश की बूंदों में ये भी नहाती हैं!

जिस सूरज की रौशनी में हुई बड़ी,
...

2.
उस हसीन की दास्तान

सिलसिलेवार काफिले चलते रहे,
उस हसीन चेहरे को हम निहारते रहे!

नायाब्पोशी में उसकी ये जहान लगा रहा,
...

Close
Error Success