एक एक कर चूर हो गये
थे जितने भी स्तंभ पुराने
नये जगत के नये थे किस्से
नये थे अब नभ में भी तारे ।
...
सोच रहा था कई दिनों से
कविता लिख दूं इंग्लिश में
मन में भाव नही आते थे
नही आती भाषा भांति भली
...
दुनिया के दुखों को मोड़ती
आज सुहानी ईद आई है
हम सब को सुखों से जोड़ती
आज रूहानी ईद आई है
...
यह रात लेकर सुबह नई आयेगी
तम छट चुका होगा प्रभा फिर छायेगी
यह ज्ञात होगा कोकिला सुर में दुबारा गायेगी
इस धरा पर आज फिर से धुन कॊई बजायेगी
...
Tanslation from Bangla into Hindi
कोई बात न सुने गर अकेले तू चला चल
अकेला चला चल, चला चल अकेले
...
प्रणय प्रसंगिनी बन कर
जब से तेजी आईं जीवन में
शोक हर्ष से हार गया तब
फिर कविता उपजी थी मन में
...
आशाओं की उम्मीदों की
किरण एक तुम नई जगाते
दिन-प्रतिदिन ले सपने आते
तुम नही मसीहा से कम भाई
...
विज्ञान के धरातलों पर घूमता फिरा हूं मै
रसायनों के चक्करों में था कभी
कम्प्यूटरों की भूमि में भटका भी था
और कभी कैंसर ने घसीटा अपनी खोज में
...
चेहरे कुछ पहचाने से,
चेहरे कुछ अंजाने से
चेहरे अक्सर जाने पहचाने से
कुछ कभी कभी मिलने वाले
...
अभी-अभी डाक्टर हरिवंश राय बच्चन मुझसे क्या कह रहे थे - आप भी सुनो -
कल जब मेरी कविता में
तुम मुझको पा जाओगे
...