मेरी मोहब्बत
कबूल करती है तेरी रुसवाई
तेरा नजरें झुकाकर देखना
देखकर मुस्कुराना
मुस्कुराकर किसी और से कहना
मुशिकल हैदर्द दिल का सहना
देख मेरी वफ़ा भी
जान बनाकर पास रखा
मरने से पहले
जिंदा एहसास रखा
मेरी मोहब्बत
कबूल करती है तेरी रुसवाई
माफ करती है तुम्हें
मेरी मोहब्बत
सहेज कर रखुंगा
तेरी यादों का गुलदस्ता
मेरे टूटे दिल के हिस्से में
राज स्वामी
मेरी मोहब्बत कबूल करती है तेरी रुसवाई तेरा नजरें झुकाकर देखना देखकर मुस्कुराना मुस्कुराकर किसी और से कहना मुशिकल है दर्द दिल का सहना your poem is very nice, i like it :)