छोटी सी ज़िंदगी...... Poem by Dr Umesh Yadav

छोटी सी ज़िंदगी......

छोटी सी ज़िंदगी, लाखों सवाल,
छोटा सा घोसला, पर लाखों बवाल |
बल्ब है तो बिजली नही,
बिजली है तो पानी नही|
पानी है, वो सॉफ नही,
बिल इतना कि माफ़ नही|

गाड़ी के लिए लोन नही,
लोन मिला तो खाली रोड नही |
रोड मिला तो पार्किंग नही,
फिर गाड़ी बिना स्क्रॅचिंग नही |

कोचैंग बिना, अड्मिशन नही,
अड्मिशन मिला तो डिग्री नही |
डिग्री मिली, तो फिर नौकरी नही,
बिना नौकरी कोई छोकरी नही |
इस हसीन दुनिया के हुए हैं बुरे हाल,
छोटी सी ज़िंदगी और लाखों सवाल............

Tuesday, December 30, 2014
Topic(s) of this poem: social
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