दिल्ली मेरी जान,
दिल्ली मेरा दिल, हमारी है ये शान
दिल्ली...
सदियों का इतिहास यहाँ
जन जन का विश्वास यहाँ
इंडिया का ये दर्पण है
जवान दिलों की धड़कन है
नन्हे मुन्ने सुबह सुहानी
मदमाती हर शाम
दिल्ली...
चमक - दमक, फैशन व स्वाद,
व्यस्त जिंदगी भागम भाग
कत्थक, कवाली, ईद, दिवाली
हरियाली, खुशहाली
क़ुतुब, कालिंदी, किला, कमल
मंदिर अक्षरधाम
दिल्ली...
यहाँ जो आता यहीं बस जाता
ऐसी यहाँ की मस्ती है
दिल्ली में बसने वालों के
दिल में दिल्ली बसती है
वासियों की प्यारी दिल्ली
शत शत इसे प्रणाम
दिल्ली...
रचयिता - एस. डी. तिवारी
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