पास पड़ोस
आग क्यों लग जाती
प्रगति देख
बैठा रो रहा
कौवे ने छीन लिया
हाथ की रोटी
धीमी ही सही
दृढ़ता की द्योतक
चींटी की चाल
गिर कर भी
कुछ सीख देती है
नन्ही सी चीटी
टूटी झोपड़ी
गरीब मुस्कराया
नयी बनेगी
खग हो जाता
समुद्री जहाज का
लोभ में मन
सडकों पर
पटाखों का कचरा
दिवाली बीती
तोपों के गोले
धूल धुएं का मेघ
रक्त की वर्षा
उदंड मत्स्य
लहरों से खेलती
चील का चुग्गा
कभी मेढक
कभी मत्स्य आहार
एक दूजे का
भीतर भोज
पंडाल के बाहर
झांकते बच्चे
खिलौना बंद
दारू की बोतल में
पिता का खेल
बाप ने डाला
गुल्लक पर डाका
नशे की लत
बेटे ने डाला
गुल्लक पर ताला
बाप नसेड़ी
गुल्लक लाये
बचत की आदत
बच्चों में आये
जी भर पिया
दिवाली की चीलम
मेघ नशे में
पीकर बने
ऊँचे ऊँचे भवन
बीड़ी का धुआं
दबा हुआ है
श्रमिकों का पसीना
सड़क तले
छोटे दिखते
विशाल भवनों से
बनाने वाले
धुआं उड़ाते
वे खड़ा कर देते
ऊँचे भवन
छुपा रखा है
देश का इतिहास
खादी का वस्त्र
संजो रखा है
खादी का ताना बाना
गांधी का नाम
खादी भी लड़ी
आजादी का संघर्ष
बन सेनानी
कौन बनाया
एक फुट का वृत्त
अरबो चित्र
साफ़ सफाई
पर्व नहीं कर्त्तव्य
समझो भाई
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