वो कहते कुछ कर के तो दिखाऔ|
हम कहते करने का अवसर तो दो|
वो कहते रास्ते तो अपने आप बनाने पडते है|
हम कहते है हर कोई आपकी तरह सामर्थ्यवान नही होता|
वो कहते है वही तो सामर्थ्यवान की कसोटी है|
हम कहते है तो त्यार हो जाऔ कसोटी की क्षमता देखने को|
वो कहते है हम देखगे नही परखने के लिए बने है|
हम कहते है हम भी परखने के लिए नही रास्ते पर अपनी पहचान बनाने के लिए बने है|
वो कहते पहचान तो हम से ही है|
हम कहते है प्रेरणा तो हम से ही है|
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