सच्चा भारतवासी Poem by Ajay Srivastava

सच्चा भारतवासी

हकीकत के धरातल पर रहते है, अनुभवो से सीखने की कोशिश करते है।
हम तो हर रोज सच से टकराने का प्रयास करते है।

संतोष की छाया में आराम कर।
सुकून से दोस्ती करने की कोशिश करते है।
जो मिल जाता है उसी को वास्तविकता मन लेते है।

सपनो की उड़ान को हकीकत से मुलाकात करने कोशिश करते है।
एक टूटे हुए सपने को छोड़, नए सपने देखने कोशिश करते है।
हम तो हर पल कठोर दिल वालो को नरम करने में लिप्त रहते है।

हम तो अपने भारतवासियो को सही को अपनाने को कहते है।
हर अनैतिक, गैरकानूनी कार्य का विरोध करने को कहते है।

जो नैतिक व क़ानूनी करे उसी को हम सच्चा भारतवासी कहते है।
हम तो पत्थर दिलो पर सच की लकीर बनाने की कोशिश करते है।

सच्चा भारतवासी
Friday, February 10, 2017
Topic(s) of this poem: patriotism
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