तेरा अधिकार Poem by Ajay Srivastava

तेरा अधिकार

तेरा अधिकार मेरा नही|
यही प्रेरणा भी है, यही सुरक्षा का आधार है|

यही प्यार है तो यही नफरत भी है|
युद्ध का कारण शंति का द्वार भी यही है|

यही शिक्षा भी है , यही प्रगति कारण है|
अपना कर्म पराया फल नही|

इसमे हे पहचान है इसी मै है भेदभाव|
इसी मे चिंता व कोशिश है, इसी मे है गेरजिम्मेदारी है|

यही सुख की राह है, यही दुख का कारण है|
इसी मे है स्वार्थ है, इसी मे है परिणाम है|

तेरा अधिकार
Monday, July 25, 2016
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