मेरी आज की बहन Poem by Sanjay Amaan

मेरी आज की बहन

मेरी आज की बहन -

रछाबंधन के दिन
बहन ने भाई को राखी बंधाते समय कहा
भाई मेरे -
मै प्रतिज्ञा लेती हूँ
तुम्हारी लाज बचाऊगी?

क्योकि हमारी लाज अब हम खुद ही बचते है,
बिगडैल भाईयों को चाटा लगते है,
इसीलिए मेरे भाई तुम मेरी चिंता मत करना,
हमने खुद ही -
दुर्गा, काली, का रूप ले लिया है -
अब हमें खोखले भाइयो जरुरत नहीं........

.............................संजय अमान

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Sanjay Amaan

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