दुनिया का वह वीर जगत में,
अद्वित्य वे वीर कहलाया,
नाम उसका राम कहलाए,
हाथ में उसके फरसा आए,
नाम उसका परशुराम हो जाए।।
||जय दादा परशुराम||
जमदग्नि का पुत्र कहलाया,
रेणुका का राज दुलारा,
क्षत्रिय कुल का किया विनाश,
विष्णु का है वह अवतार।।
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