देश के लिए खिलाफत
क्यों नहीं वतन हमें है प्यारा?
क्यों नहीं रखते हम भाईचारा?
बहती है गंगा एक, बस लेकर विचारधारा
इंसान से हो इंसान का एक ही इशारा।
क्यों फर्क आ गया है हमारी सोच में?
क्यों हम लाते है धर्म को बीच में?
सभी सीमाये हमने लाँघ ली है
मानवता की परिसीमा हमने बांध ली है।
गरीब का अस्तित्व तो कभी भी नहीं है
किसान बेमौत मरता है उसका जिक्र भी नहीं है
हम कहाँ जा रहे है उसकी गम्भीरता भी नहीं है?
हमें सच की परिभाषा देने की निडरता भी नहीं है
नेता अपनी वकालत खूब कर रहे है
कितनी दौलत है उसकी कबुलात नहीं कर रहे है
थोड़े समय में इतनी दौलत कहाँ से आई?
देश की अस्मिता बचाने की बारी है अब आई।
मुझे नहीं मालूम उन्हें गरीबी का अंदाज़ भी होगा?
किसी झुग्गी में जाकर खाना महज दिखावा होगा
इतना अनाज सड़ रहा है उसका जवाब किस को देंगे?
बोलते बोलते ये जूठ का बोझ किसपर डालेंगे?
सब कहते है 'हमें जनता पर विश्वास है'
हम सब सेवा करते रहेंगे जब तक साँस में सांस है
लेकिन हमारे लिए एक बड़ी कर साईरन वाली हो
बड़ी कोठी हो और सिक्योरिटी आगे पीछे चलने वाली हो।
इन्हे नाहीं अंदाज है अपनी हैसियत का
और नाहीं बोलने की कैफियत का
वो क्या बोलते है वो उनको नहीं मालुम?
बस नारा लगा रखा है बाकि सब है जालिम
हमें पीसना ही है उनके बातों से
वो हमेशा मारते रहेंगे हमें लातों से
पोलिस बेरहमी से हम पर त्रासदी गुजारेगी
हर फ़रियाद पर कई फीसदी पैसा वसूलेगी
हमारा कारवाँ दमन सहता रहेगा
हमरा लहू युही बेमतलब बेहता रहेगा
कोई हमारा हमसफ़र नहीं और कोई हमारा मददगार नहीं
यदि कोई है भी तो गरीब है बस तवंगर नहीं
आप कहते है ये ' किसान और मजदुर' का देश है
यहाँ हर धर्म और इंसान विशेष है
किसी को कहने की, सुनने की पूरी इजाजत है
बस देश के लिए खिलाफत किसी सूरत में मंजूर नहीं है
Rajesh Jaiswal likes this. Rajesh Jaiswal ???? ?? ?????? See Translation 7 hrs · Unlike · 1
Mukesh Kumar likes this. Hasmukh Mehta welcome 2 secs · Unlike · 1
Sanjana Sinha · 2 mutual friends ???? ?? ???? ?? ????? ????? ??.. ??????! See Translation 1 min · Unlike · 1
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Tejash Doshi likes this. Tejash Doshi jay hind.. 4 mins · Unlike · 1
Kavi C M Atal sundartam rachna mehta ji badhayee April 24 at 8: 26pm · Unlike · 1
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welcomeravi sharma 4 secs · Unlike · 1