यह जीवन त्याग का तपवन है, व्यसनों का कोई जश्न नहीं,
यह धर्म-कर्म का रणस्थल है, यहाँ हार का कोई प्रश्न नहीं।
या जयमाला पहनेंगे हम, या स्वर्गलोक को चल देंगे,
जहाँ न्याय का कोई मूल्य न हो, हम वह संसार बदल देंगे।।
जीवन है यज्ञ संकल्पों का, आदर्शों की वह्नि जलती है,
सद्वचनों के मंत्रोच्चारण से, अनिंद्य आशाएं फलती हैं।
निःस्वार्थ कर्मों की आहुति से, श्रेष्ठ शक्तियों को संबल देंगे,
जहाँ सत्य का कोई मूल्य न हो, हम वह संसार बदल देंगे।।
जीवन है निर्वहन दायित्वों का, हम धर्म-ध्वजा के वाहक हैं,
बांधे अतीत को भावी से, उस सत्य-पथ के सब साधक है।
पावन उद्देश्यों के हेतु, निज प्राण-पुण्य प्रतिपल देंगे,
जहाँ प्रेम का कोई मूल्य न हो, हम वह संसार बदल देंगे।।
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