पाते हैं वह जो चाहते हैं, ज़िन्दगी से हम।
सोचो तो सुख है ज़िन्दगी, सोचो तो है सितम।।
पाने से ज़्यादा देने का है नाम ज़िन्दगी,
हर साँस के है साथ एक ख़ामोश बंदगी।
टूटेंगे ग़म के जाल, मिट जाएंगे सब भरम।।
पाते हैं वह जो चाहते हैं, ज़िन्दगी से हम।
हर हाल में ख़ुशी का खुद से कर लो वायदा,
बनाना-बिगाड़ना तो है कुदरत का कायदा।
कायल हो ज़माना, इनायतों का हो करम।।
पाते हैं वह जो चाहते हैं, ज़िन्दगी से हम।
दिल में भरा हो सबके लिए प्यार बेशुमार,
आलम हो बेख़ुदी का, उतरे नहीं ख़ुमार।
जज़्बातों के अहसास से, हो जाएं आँखें नम।।
पाते हैं वह जो चाहते हैं, ज़िन्दगी से हम।
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dil me vara ho sabke lie pyar, wao, very nice. thanks, vote 10 I invite you to read my poems and comment and vote.