निःसहाय कभी महसूस ना होने दें
समय बड़ा बलवान है
यही प्रकृति की पहचान है
जो डर गया वो मर गया
जो जी गया वो पा गया
समय ताक पे लगा रेहता है
बस पानी कि तरह बेहता है
मुझे समय के साथ चलना है
गंगा मैया को मिलना है
ये दिल मांगे मोर
लोग क्यों मचाते है शोर?
उनके जाने के दिन आ गये
आसमान में काले बादल छा गए
मैं जो बोला 'करके दिखाऊंगा'
अपने वचन से 'कभी न डगमगाऊंगा'
मेरी वाणी ही मेरा वचन है
पूरा जीवन वतन पर कुर्बान है
पूरा देश बर्बाद हो रह है
गरीब गरीबी मे पसीज रह है
चारो ओर दहशतगर्दी क माहोल ओर साम्राज्यं फैला हुआ है
भारत माँ का आँचल ओर गन्दा हुआ है
पूरा देश बर्बाद हो रहा है
गरीब गरीबी मे पसीज रहां है
चारो ओर दहशतगर्दी का माहोल ओर साम्राज्यं फैला हुआ है
भारत माँ का आँचल ओर गन्दा हुआ है।
दुश्मन आँखे गड़ाए बैठा है
सांप का फन फैलाये उठ खडा है
सब जगह जातिवाद वाद का जहर फ़ेल चुका है
आम आदमी ऎसी गन्दी राजनिती से तंग आ चुका है.
मुझे दुख होता है मा-भोम की हालत देखकर
में कैसे बरदास्त कर सकता हु सुनकर
मुझे मौका दीजिये में करके दिखाऊंगा
पीड़ित और गरीब को आंसू कभी न आने दूँगा।
में चाहता हु हर इंसान शान्ति से जीए
खुशहाल रहे और जीवन व्यतीत करें
बच्चों को पढ़ायें और उच्च शिक्षण दे
आने आपको निःसहाय कभी महसूस ना होने दें
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2 people like this. Hasmukh Mehta welcome amit kaushik, sudarshan sharma 3 secs · Unlike · 1
Pankaj Raja likes this. Hasmukh Mehta welcome 2 secs · Unlike · 1
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welcome JaiRam Tiwari and Amoafowaa Sefa Cecilia like this. 3 secs · Unlike · 1
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Hasmukh Mehta welcome harshad parekh 2 secs · Unlike · 1