Kumar Mohit Poems

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1.
Blood

Blood

We born, they born;
we can, they can't;
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2.

हृदयाघात से ज्यादा गहरी, चोट दिल को पहुंचता है;
जब अधनिकले से दांतो वाला, बच्चा प्रशन दोहराता है;

मैं अपनी मर्ज़ी का मालिक, जो चाहूँ कर सकता हूँ;
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3.
इस सदी का महाभयंकर

इस सदी का महाभयंकर रूप जिसने देखा है,
मैंने उससे पूछा कि वो बताओ कैसा है;
बोल उसके फुट पड़े जब बात मैंने यह कही,
सर सरिता आसुओं की आँख से बहने लगी;
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4.
Dil Ki Aawaz

'Hey dhara, tujhko naman hai;
jo diye the veer aise;
is amar jhande ki khatir;
khud jiye the jaise-taise;
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5.
कोई शहनाई गूंजी तो

कोई शहनाई गूंजी तो, दिल-ए -गुलज़ार हो गया ;
कोई बारात देखी तो, जवां ये हुस्न खिल गया;

मुक्क़दर में अगर मौत ही है संगिनी मेरी;
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6.
Aazadi

' कंट-जड़ित माला से, जब श्रृंगार हुआ था;
एक बहुभाषीय देश में, भीषण नरसंघार हुआ था;

जब जन्मे तब एक साथ थे, खेले तब भी एक साथ थे;
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7.
Pida (Pain)

राग-रागिनी इतने छेड़े, पर इनका कुछ न सका;
उठा लिए कितनो ने बीड़े, पर इनका कुछ सका;

इतने निष्ठुर, इतने पापी,
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8.
जो तूने ना trace किया

टुकड़ों में खुद को पेश किया, नाम तेरे यह वेष किया;
फिर ना जाने क्या छूट गया, जो तूने ना trace किया;

प्रथम वर्ष में इस college के, मिला था मुझको golden chance;
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9.
तड़प

ये मेरा दिल भी इतना क्यूँ, तड़पता तेरी ख़ातिर है;
ये मेरा दिल भी इतना क्यूँ, मचलता तेरी ख़ातिर है;

तू समझे ना कि तुझको पसन्द, इतना क्यूँ करता हूँ;
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10.
Zindadil

' ज़िंदगी के ज़ख्मों से, जूझता एक ज़िंदादिल;
ज़िंदगी में ज़िंदगी को, ढूंढता एक ज़िंदादिल;
चाहे कैसी भी समस्या, आ खड़ी हो सामने;
हर समस्या का निवारण, ढूंढता वो ज़िंदादिल;
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