क्रिकेट Poem by Akash solanki

क्रिकेट

माना क्रिकेट अच्छे से आता नही है,
मगर क्या करूँ कोई फील्ड से भगाता नही है,
मानो क्रिकेट से अपनी यारी पक्की है,
फिर भी लगता है बैटिंग अपनी कच्ची है ।

क्रिकेट खेल बड़ा महान है,
खेल जगत मान चुका सचिन को भगवान है,
धोनी बना चुके विश्व में अलग ही पहचान है,
और इनके जैसे खिलाड़ी भारत का शान है ।

क्रिकेट को मिला दुनिया में सम्मान है,
कोहली के हाथो में टीम इंडिया की कमान है,
बहुत से खिलाड़ी है जिनके बड़े योगदान है,
और वे सभी भारत देश की जान है, शान है ।

जो कभी हुआ ही नहीं ये उसे भी कर दिखाते है,
शायद इसलिए धोनी बेस्ट फिनिशर कहलाते है,
और जब मारते है ये छक्के तो झुम्ता पुरा जहान है,
मेरा भारत महान हैं, मेरा भारत महान हैं ।।

क्रिकेट
Monday, February 22, 2016
Topic(s) of this poem: cricket,dream time,love,love and dreams
POET'S NOTES ABOUT THE POEM
I want to dedicate this poem to all the victories of indian cricket team.. especially to Dhoni sir...
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