शब्द ही जीवन Poem by Ajay Srivastava

शब्द ही जीवन

अक्षरो से शब्द है |
शब्द है तो अर्थ है |
अर्थ से वाक्य की उत्तपत्ति है |
वाक्यो से क्षखला है |
शब्द ग्यान का भंडार है |
शब्द मार्गदर्शक है|
शब्द अपशब्द है तो भय का अनुभव देते है |
शब्द की मधुरता जादुइ करिशमा भी कर दिखाते है |
शब्द जीवन का आधार है |
शब्द ही जीवन की अवश्यकता है|

शब्द ही जीवन
Wednesday, February 24, 2016
Topic(s) of this poem: word
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