चाहत है खुश रहने की |
पेसा अकेला खुशी और सुख का ठेकेदार नही है |
हॉ हॉ करने से प्यार नही मिल जाता |
ना ही ना ना से ये तो सहमति की राह है |
मुफ्त मे कुछ भी नही मिलता |
पर ये जो जलन है हर किसी के पास मे मुफ्त मे मिलती है |
पसंद हर कोई रखता है |
कठिन राह को चुनना हर किसी की पसंद नही होती |
अकल्पनीय साहस तो देखने को व प्रशसा मिलती है |
पर ये जो सच बोलने वाले कम ही दिखते है हॉ सजा जरूर मिलती है सच बोलने की |
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