बेबसी का हाल है| `
वो वार किए जाते है हम सहे जाते है|
प्रशनो की बोहार है|
हम निरउत्तर हुए जाते है|
उतेजना की हवा चली है|
वो दिल पर वार करते है हन दिल को बहलाए चले जाते है|
उद्धेशय को पाने की चाह उत्तपन्न हुई है|
वो बाधा डाले जाते हम बाधाऔ को दूर किए जाते है|
वो नियमो को अपनी सुविधा के अनुसार बदलवे की चरम सीमी पर है|
हम नियमो को नियमानुसार चलने की है चरम सीमा पर है|
चरम सीमा पर दोनो है|
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