वो नफरत मे भी प्यार को ढुंड लेते है|
हम प्यार मे भी नफरत को ढुंड लेते है|
वो फूलो मे खुशबू महसूस कर लेते है|
हम खुशबू मे फूलो का अहसास नही कर पाते|
वो दुशमनो मे दोस्तो को पहचान लेते है|
हम तो दोस्तो मे दुशमव ढूंडते रह जाते है|
वो अंधेरो मे भी रोशनी की किरण देख लेते है|
हम है कि रोशनी मे अंधेरो को नही देख पाते|
वो खुशी मे आसू को बहा देते है|
हम तो दुख मे भी मुसकरा देचे है|
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