क्या नेता क्या अभिनेता
या हो युवक या हो युवती
चाहे हो शक्तिशाली और बुद्धिमान
चाहे हो धन का भंडार 11
कमजोर और असहाय
तो बहुत दूर की बात है
धनी, शक्तिशाली और बुद्धिमान
सब के सब हाथ मलते रह जाते है 11
दिन रात सुबह शाम
या हो आंधी और तूफान
ना कोई मुझे रोक सकता
ना कोई मुझे थाम सकता 11
मे हुँ तुम्हारा समय
फिर भी ना जाने क्यों
मानव /व्यक्ति इतना अभिमान करता है
देर से या जलदी समझना आपका समय हुँ 11
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem