एक Poem by Ajay Srivastava

एक

बचपन मे माँ बाप
अपने बच्चों की परवरिश
मे दिन रात एक कर देते है 11
युवा होते हुए उतम शिक्षा
के लिए दिन रात एक कर देते है 11
जवानी मे युवक व युवती
प्यार के लिए दिन रात एक कर देते है 11
वही बच्चे वही माँ बाप
अपने माँ बाप की
हड्डी पसली एक
करने को आतुर क्यों हो जाते है 11

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