जब तक काली रात है
तब तब दिए की रोशनी
टिमटिमा कर राह दिखाती रहेगी
जब तक दुराचारी क्रूरता करगे
तब तब सदपुरष उनकी राह मे
दीवार की तरह खडे हो जाएगे 11
जब तक तुम हो हम है
कोशिश, मेहनत है विशवास है
तब तब सफलता को राह मे आने से
और जीत कोई रोक नही सकता 11
उगते सूरज की किरण कहती
सुन ले काली रात अब तुझे जाना होगा
नही तो रोशनी मे विलय होकर
अपने अस्तित्व खोना होगा 11
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