कांग्रेसीयों के लिये: -
लिजीये साहब आप रिहा हो गये
2-जी का कलंक आपके माथे से अलविदा हो गये
चलो ये सब तो ठीक है, मगर उसका क्या करोगे
जिस कोयला के धुऑ से मुँह काला हो गये
भाजपाईयों के लिये: -
ढोल, तांसे चाहे नगाड़ा बजाईये
जांच चाहे फिर से दोबारा कराईये
राग अलापीये जी कोई और दूसरा
2-जी,3-जी का ना पहड़ा सुनाईये
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