♥ कभी कहता था मुझे की कोई दुआ हूं मैं ♥
♥ आज वो कह गया मुझे की बेवफा हूं मैं। ♥
♥ वो जी ना पाता था लम्हा कभी बगैर मेरे♥
♥ आज कहने लगा मुझे की एक सजा हूं मैं।♥
♥ याही दस्तूर है और ऐसा ही होता आया♥
♥ लगी माशूक के मेहंदी और आशिक रोना आया है। ♥
♥ मगर री-वाज भी ये उल्टा कर दिया मैंने♥
♥ बिना चाहत किसी की मांग भर दी मैंने। ♥
♥ किया है जो भी इसपे खुद से ही खफा हूं ♥
♥ आज वो कह गया मुझे की मैं बेवफा हूं।♥
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