♥ आज बेवफा हूँ मैं ♥ Poem by Sumit Ojha

♥ आज बेवफा हूँ मैं ♥

♥ कभी कहता था मुझे की कोई दुआ हूं मैं ♥

♥ आज वो कह गया मुझे की बेवफा हूं मैं। ♥

♥ वो जी ना पाता था लम्हा कभी बगैर मेरे♥

♥ आज कहने लगा मुझे की एक सजा हूं मैं।♥

♥ याही दस्तूर है और ऐसा ही होता आया♥

♥ लगी माशूक के मेहंदी और आशिक रोना आया है। ♥

♥ मगर री-वाज भी ये उल्टा कर दिया मैंने♥

♥ बिना चाहत किसी की मांग भर दी मैंने। ♥

♥ किया है जो भी इसपे खुद से ही खफा हूं ♥

♥ आज वो कह गया मुझे की मैं बेवफा हूं।♥

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Sumit Ojha

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Ahmedabad
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