जो बेजान पथतर मे जान डाल दे
और उसे पुजा के योगय बना दे उसे मूरतीकार कहते है 11
c जो कोरे कागज पर जीवन के रग भर दे
और उसे प्रदर्शन के योगय बना दे उसे चिञकार कहते है 11
c जो मूर्ख को समझदार बना दे
और उसके ज्ञान को सही दिशा की ओर ले जाए उसे शिक्षक कहते है 11
जो ज्ञान अच्छे काम के लिए उपयोग करता है
और प्रसार करने मे परयास रत रहता है उसे सदाचारी कहते है 11
जो सदगुण और सदविचार को अपनाताहै
वे देशभक्त के रूप में जाने जाते है 11
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem