दिल में खूबसूरत फूल की तरह।
तो कभी नन्ही पारी की मुस्कान जैसी।
एक पल हरी भरी बेल का एहसास दिलाती हो।
तो दूसरे ही पल योवन में कदम रख जाती हो।
तुम कर्तव्य का बोध कराती हो।
जीवन में रोमांच भी होती हो।
तुम आवश्यकता भी पल भर हो जाती हो।
साथ शब्द का अर्थ भी तुम से है।
जैसे भी लगती हो।
जिस भाव में देखो
उसी भाव में खूब लगती हो।
बनाने वाले की श्रेष्ठता लगती हो।
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