ह्रदय Poem by Ajay Srivastava

ह्रदय

Rating: 4.0

हमारे दुःख में
हमारी ख़ुशी में
हमारे हर कदम में
वो हमरे साथ है।

हम रोते है तो वो भी रोता है।
हम खुश होते है तो वो खुश होता है।
हम दौड़ते है तो वो भी दौड़ता है।
पल पल हर कदम हमरे साथ।

ऐसे साथ देने वाले का साथ
हर व्यक्ति को साथ देना चाहिए।
कृपा कर उसे स्वस्थ वातावरण दे
कृपा कर उसे स्वस्थ भोजन दे
उसे भी खुश रखे और खुद भी खुश रहे।

ह्रदय
Tuesday, September 29, 2015
Topic(s) of this poem: heart
COMMENTS OF THE POEM
Rajnish Manga 30 September 2015

बहुत सुंदर व अर्थपूर्ण. हृदय स्वस्थ रहे इसके लिए जरुरी है कि हम भी पल पल इसका ध्यान रखें. विश्व हृदय दिवस पर प्रस्तुत इस कविता के लिए धन्यवाद, अजय जी.

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M Asim Nehal 29 September 2015

Dil dhadakne ka sabab yaad aaya................Kya baat hai

1 0 Reply
Ajay Srivastava 30 September 2015

धन्यवाद

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