दिल की राह Poem by Ajay Srivastava

दिल की राह

दिल का धडकना कर्म है |
सुख व दुख का संगम है |

दिल पर धाव अहसास है |
अनुभव से साक्षात्कार है |

दिल का मरहम दिल है |
आत्म चिन्तन का परिणाम है |

दिल का सुकून प्यार है |
विचारो की सहमति से मधूरता है |

हर बाधा दिल टकराती है |
दिल ही राह है |

बाधा को बाहर की राह दिखाती है |
सफलता को दिल मे प्रवेश की राह दिखाती है |

मनुष्य का सबसे शक्तिशाली अस्ञ दिल है |
विग्यान की वास्तविकता है यह दिल है |

दिल की राह
Monday, March 7, 2016
Topic(s) of this poem: heart
COMMENTS OF THE POEM
READ THIS POEM IN OTHER LANGUAGES
Close
Error Success