पाने की चाह है|
प्रभवित करने का प्रयास है|
नियत्रंण का विशवास है|
मित्रता की स्वकृति है|
दिल से दिल का संगम है|
क्षण भर की खुशी है|
प्रभाव नष्ट होने का भय है|
नियत्रंण का भर्म है|
कटुता को निमत्रंण है|
दिल से दूरी का अहसास है|
ये जो विनम्रता है कब अपनाएगी|
ऐ विनम्रता, कुछ पल के लिए अपना ले|
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem