विवेक Poem by Ajay Srivastava

विवेक

विवेक से कार्य करो|
विवेक सै काम निकालो|
विवेक से क्रोध पर नियत्रंण करो|
विवेक से समबन्ध बनाऔ|
विवेक सेे समस्याऔ का सामना करो|
विवेक से समस्याऔ का समाधान करो|
विवेक से जीवन की कडवहाट को दूर करो|
विवेक से आपस की दूरी को कम करो|
विवेक से दुशमनो को दोस्त बनाने से प्रयास करो|
विवेक से जीवन मे मधुरता का स्वागत करो|

विवेक जीवन का अधार है|
विवेक को अपनाए तो जीवन सफल नही अपनाए तो जीवन असफल है|

विवेक
Tuesday, April 26, 2016
Topic(s) of this poem: understanding
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