दोनों हालत में Poem by Ajay Srivastava

दोनों हालत में

Rating: 5.0

अच्छा हो तब भी नाम करता है
बुरा हो तब भी नाम करता है
विशवास को बडाता है
दोनों हालत में 11

न चाहते हुए भी उदाहरण बन जाता है 11
दिशा सही अथवा गलत हो सकती है 11
दोनों हालत में 11

चरम सीमा ही इसकी पहचान है 11
रिजहाना इसका स्वभाव है 11
ततपरता इसकी अवशयकता है 11
दोनों हालत में 11

चरित बनने मै वर्षों लगते है
चरित बिगडने के लिए कुछ समय ही लगता
चरित फूल और काटो की तरह होता है
चरित बहुँत सभाल कर रखना/ चलना पडता है 11

दोनों हालत में 11
चुनाव तुम्हारा है 11

COMMENTS OF THE POEM
Rajnish Manga 18 January 2016

आपकी यह कविता हमें सोचने के लिये मजबूर करती है. अत्यंत प्रेरक सूत्र.

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