सुरमई आँखों का तारा, ये आर्याव्रत हमारा|
सुगंद्धित पुष्प सा सरीखा, ये हिन्दुस्तान हमारा|
रंगीले, मस्ताने लोगों का घरोंदा, ये भारत देश हमारा|
पवन पाविनी गंगा से सींचा, ये जम्वाद्द्वीप हमारा|
न्यूक्लियर तकनिकी में भी आगे, ये इंडिया हमारा|
रामायण और महाभारत जैसा महाकाव्य कि रचना करने वाला देश हमारा,
गीता द्वारा मनुष्य को धर्मं कि परिभाषा सिखलाने वाला देश हमारा|
अनेक सभ्यताओं, भाषाओँ एवं संस्कृतियों के समागम वाला ये देश हमारा|
विश्व-शान्ति का पैगाम जन-जन तक फ़ैलाने वाला देश हमारा|
बुद्ध, जैन एवं सिख धर्मों कि जन्म-स्थली वाला देश हमारा|
वसुधैव कुटुम्बकम् जैसी विचारधारा पर चलने वाला देश हमारा|
श्वेत क्रान्ति कर दुग्ध उत्पादन में अव्वल आने वाला देश हमारा|
महिलाओं को सर्व-प्रथम मताधिकार देकर प्रजातंत्र को सुदृढ़ करने वाला देश हमारा|
आर्यभट द्वारा शुन्य की खोज करके, दुनिया को विज्ञान सिखाने वाला देश हमारा
विश्व में सबसे अधिक दु-पहिया वाहन निर्माण करने वाला देश हमारा|
पोलियो महामारी को जड़ से ख़त्म करने वाला देश हमारा|
धरती से मंगल पर एक ही बार में सर्व-प्रथम पहुँचने वाला देश हमारा|
नमन करूं मैं इस भारत माँ को,
जिसने मुझे जन्म देकर जीवन भर का ऋण चढ़ा दिया|
अब तो मेरी बस यही अभिलाषा है,
कि मुझे कर्म के मार्ग से कभी विचलित न करना;
और अगले जन्म फिर ऐसा ही ऋण चढ़ा देना|
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem
अति सुंदर. वाकई हमारा भारत इतना ही सुंदर है. यह एक ऐसा गुलदस्ता है जहाँ हिंदु, मुस्लिम, सिख, इसाई, बौद्ध, जैन व अन्य धर्मावलंबी इन्द्रधनुष के रंगों की भांति साथ साथ रहते है. अनेक भाषा-भाषी, खान-पान तथा पहनावे वाले लोग मिलजुल कर प्यार से रहते हैं और हमारे लोकतंत्र को समृद्ध एवम् मजबूत करते हैं. गांधी जयंती की शुभकामनायें. धन्यवाद, मित्र आलोक जी.