लगता है पौआ चढा के उसने, फोटू अपनी खिंचवाई है! Poem by Ajay Kumar Adarsh

लगता है पौआ चढा के उसने, फोटू अपनी खिंचवाई है!

मैंने भी तुमसे इश्क किया है!
सब कहते हैं,
कि तू-ने पहले से ही कहीं फिक्स किया है!
चलो अच्छा है!
देखा जायेगा!
लाइफ में इसी बहाने तो कोई रिश्क लिया है!
किसको क्या मिला यहां
सब मुकद्दर की बात है!
कोई बना पोरष यहां
कोई सिकंदर अजात है!
तुम मिल गई तो ठीक है!
वरना, टेंशन की क्या बात है!
मम्मी ने लग्गी लगाई है!
कल कही से एक लड़की की फोटू भी आई है!
लड़की क्या है- साक्षात मलाई है!
उसकी होठों पर लिप्सटिक
और गालों पर पाउडर वाली चिकनाई है!
पोर-पोर है बदन खिला
उठ रही नई तरुणाई है!
खास बात तो यह की-
उसकी आंखों में नशा सी छाई है!
लगता है पौआ चढा के उसने, फोटू अपनी खिंचवाई है!

Tuesday, October 10, 2017
Topic(s) of this poem: humor,humorous
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Ajay Kumar Adarsh

Ajay Kumar Adarsh

Khagaria (Bihar) / INDIA
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