ये मेरा भारत है
विविधता में एकता
यहाँ की पहचान है
मेरे वतन की मिट्टी में
खुशबू है प्यार की
मेरी पहचान मेरा भारत है
मेरी शान मेरा भारत है
नदियों को हम कहते माता
गाय की यहाँ होती है पूजा
मेरा मस्तक गर्व से ऊँचा
हिंदू-मुस्लिम साथ में रहते
कभी किसी से बैर नहीं करते
सबसे सुंदर है पहनावा यहाँ
दिल में है सत्कार यहाँ
स्वर्ग सा सुंदर देश है मेरा
हिन्दी है मेरी मात्र भाषा
सबको गले लगाने की अभिलाषा
हर दिन होता है त्यौहार यहाँ
सबके लिए दिल में प्यार यहाँ
आते हैं लाखों लोग यहाँ पर
दर्शन करने भारत के
हिंद देश का वासी हूँ
ये सोच के मैंइतराता हूँ
भारत का वासिन्दा हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ
राज स्वामी
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A beautiful poem on India and its culture having stunning expression has presented nicely. Thanks for sharing
Thank you so much sir for like my poem If you have time so please read my more poem's & give vote please