ये मेरा भारत है Poem by Raj Swami

ये मेरा भारत है

Rating: 5.0

ये मेरा भारत है
विविधता में एकता
यहाँ की पहचान है
मेरे वतन की मिट्टी में
खुशबू है प्यार की
मेरी पहचान मेरा भारत है
मेरी शान मेरा भारत है
नदियों को हम कहते माता
गाय की यहाँ होती है पूजा
मेरा मस्तक गर्व से ऊँचा
हिंदू-मुस्लिम साथ में रहते
कभी किसी से बैर नहीं करते
सबसे सुंदर है पहनावा यहाँ
दिल में है सत्कार यहाँ
स्वर्ग सा सुंदर देश है मेरा
हिन्दी है मेरी मात्र भाषा
सबको गले लगाने की अभिलाषा
हर दिन होता है त्यौहार यहाँ
सबके लिए दिल में प्यार यहाँ
आते हैं लाखों लोग यहाँ पर
दर्शन करने भारत के
हिंद देश का वासी हूँ
ये सोच के मैंइतराता हूँ
भारत का वासिन्दा हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ

राज स्वामी

ये मेरा भारत है
Thursday, May 10, 2018
Topic(s) of this poem: indian,indians
POET'S NOTES ABOUT THE POEM
This poem about my Great india & about Indian culture
COMMENTS OF THE POEM
Kumarmani Mahakul 10 May 2018

A beautiful poem on India and its culture having stunning expression has presented nicely. Thanks for sharing

3 0 Reply
Raj Swami 10 May 2018

Thank you so much sir for like my poem If you have time so please read my more poem's & give vote please

0 0
READ THIS POEM IN OTHER LANGUAGES
Raj Swami

Raj Swami

Parlika
Close
Error Success