बहती हवा Poem by Shaunak Chakraborty

बहती हवा

मेरे प्यरे दोस्त
सब से प्रिय,
हाँ, आप हवा
मेरे पास आओ
बिना किसी बुलावे के।

जब मुझे गर्मी लगती है
तुम मुझे ठंडा करो,
जब मैं अकेला महसूस करता हूं
तुम मेरा साथ दो।

तुम मेरी जिंदगी हो
मैं तुम्हारी वजह से सांस लेता हूँ,
तो आप मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं
भगवान ऐसे दोस्त देते हैं, कुछ ही।

This is a translation of the poem Blowing Air by Shaunak Chakraborty
Sunday, April 14, 2019
Topic(s) of this poem: hindi,rhyme,rhyme royal
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