दिल वालो का दौर Poem by Shobha Khare

दिल वालो का दौर

चेनेल का युग आ गया, कविता हुई फिजूल
पुस्तक की अल्मारियाँ, चाट रही है धूल
घर घर इंटरनेट ने, बदल दिये हालात
हम सब करते है, व्हाट्सप पर बात
गली गली मे मचने लगा, कम्प्युटर का शोर
खत्म हो गया यार, अब दिल वालो का दौरII

Thursday, April 23, 2015
Topic(s) of this poem: life
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