लेनदार को लेना याद रहता है
मजा तो तब है देनदार को देना याद रहे
दूसरो पर हसना तो सभी को आता है
मजा तो तब आता है जब कोई रोते हुए को हसाए
सुख तो सभी बाट लेते है
मजा तो तब है जब कोई आपके दु ख बाट ले
गिराना तो सबको आता है
मजा तो तब आता जब कोई गिरे को उठाए
दुशमनी निभानी तो सभी को याद रहती है
मजा तो तब है दोसती निभानी याद रहे
बुराई तो बहुत जलदी ढूड लेते
मजा तो तब है बुराई को मिटा सके
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अति सुंदर. यदि सब लोग इसी रास्ते पर चलें तो संसार का रूप बदल जाये. धन्यवाद. एक शेर याद आ गया: नशा पिला के गिराना तो सबको आता है, मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी। (अल्लामा इक़बाल)