माता मनानी मुराली हो
ढौल भी बजदा
पौण भी बजदी
बजदी आ घड़े पुर थाली हो
शिवा रेयो वन्दयो जयकारे ला
माता मनानी मुराली हो
पित्र धयौरे
पुरख धयौरे
धामुरी माता भरमानी हो
अंगे -संगे हिन्
चौरासी देवते
लायुरा नमाला
भायली हो
त्रिशूल भी सजदी
हुंगल भी सजदा
सजदा ऐ सालू सिंदूरी हो
सन्दे -सन्दे इंये
मुराली माता
गंडीया धुखौरा पहाड़ी हो
ढौल भी बजदा
पौण भी बजदी
बजदी आ घड़े पुर थाली हो
शिवा रेयो वन्दयो जयकारे ला
माता मनानी मुराली हो
.......milap singh bharmouri
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