Ravi The Love Poet

Ravi The Love Poet Poems

कुछ लोग मुहब्बत में जज्बात छुपा लेते हैं
घुट-घुट कर जीते हैं और दिल को सजा देते हैं,
दिल अपना सच्चा-बच्चा, हमे खेल नहीं ये आता
हमने जिसको है चाहा, सब खुलके बता देते है ।
...

Najaron ne shah diya to Gustaakhi ki
Maykhaane ne khud humko dawat di,
Awara nahi ki har Paimane pe bahak jayen
Unke labon ne ijaajat di to humne pi.
...

सुनो, जरा बताओ कैसे कर पाती हो
क़त्ल करके भी मुस्कुराती हो,
तड़पा तड़पा के मारती हो जिनसे
अदाओं के ख़ंजर कहाँ से लाती हो ।
...

नज़रों ने शह दिया तो गुस्ताख़ी की
मयखाने ने खुद हमको दावत दी
आवारा नहीं कि हर पैमाने पे बहक जाएँ
उनके लबों ने इजाजत दी, तो हमने पी |
...

I lost my sense, everything became abeyance
When I saw a girl, beside me, on the last bench

Suddenly it's changed, minor became main
...

The Best Poem Of Ravi The Love Poet

'दिल अपना सच्चा बच्चा'

कुछ लोग मुहब्बत में जज्बात छुपा लेते हैं
घुट-घुट कर जीते हैं और दिल को सजा देते हैं,
दिल अपना सच्चा-बच्चा, हमे खेल नहीं ये आता
हमने जिसको है चाहा, सब खुलके बता देते है ।

कुछ लोग छुपा लेते हैं, अपने दर्द दबा लेते है
अंदर से रोते रहते हैं, बाहर से मुस्कुरा लेते हैं,
हम इंशा सीधे-सादे, नहीं आती हमको कला ये
दिल में जो है हमारे, हम सबको बता देते हैं।

कुछ लोग समुन्दर जैसे, लहरों को छुपाये होते हैं
जब चाहा मन उनका, साहिल को डूबा देते है,
हम तो हैं झील के पानी शांत सरल और निर्मल
हलचल जो है सीने में हम सबको दिखा देते हैं।


मजधार में छोड़ के जाना, अपनी जान बचाना
नौका के लहराते ही उसको छोड़ के भाग जाना,
नहीं फितरत ये हमारी, कश्ती से बंधे हम रहते हैं
पतवार की तरह हम तो डूब के साथ निभाते हैं।


निकल पड़े है प्रेम डगर पे तो तूफ़ां से क्या डरना
करली मुहब्बत हमने, क्या जीना और क्या मरना,
चाहे लाख क़यामत आयें, चाहे जितनी बलाएं आयें
नही झुकना अब है हमको, चल सबको बता देते है।

Ravi The Love Poet Comments

Ravi The Love Poet Popularity

Ravi The Love Poet Popularity

Close
Error Success